Sunday 1 July 2018

ये इश्क़ ऐसा दिमाग़ी बुखार होता है


ये इश्क़ ऐसा दिमाग़ी बुखार होता है
कि एक भूत सा सिर पर सवार होता है

हो गिफ़्ट शॉप कि दर्ज़ी हो या चने वाला
इन आशिकों पे सभी का उधार होता है

तुम एक बार में निबटे हो यह ग़नीमत है
किसी किसी को तो ये बार बार होता है

ये लाइलाज बीमारी है, ये जहन्नुम है
अजी तबीब तक इसका शिकार होता है

विसाल तक में नहीं चैन इन मरीज़ों को,
हों साथ फिर भी इन्हें इंतज़ार होता है

बड़े बड़ों को मुहब्बत ने ही सुधारा है,
कि लुट-लुटा के सभी में सुधार होता है

लगे किसी के अलावा फ़िज़ूल जब सब कुछ
"यही मरज़ तो मेरे दोस्त प्यार होता है"